मेरा भैया
प्यारे भैया तुम से एक वादा चाहूँ मॉं के लिए तेरा प्यार ज्यादा चाहूँ भरोसा मुझे न बदलेगा मेरा भैया सदैव एक ही राम सी मर्यादा चाहूँ** **बाबा का दुलार और माँ का आँगन होबहन के साथ खेलते यॅू ही बचपन होयादों में न कभी सिमटे ये प्यार हमारा हर रोज मिले हंसी से वही अपनापन हो____________अभिषेक शर्मा अभि
No comments:
Post a Comment