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अस्था की लहर भकित प्रेम का सावन है
देव ऋषि मुनि गुरू की यह भूमि पावन है
है भक्तों की भीड़ धाम बहुत ही सुन्दर
पुकारे मन की कुरूणा सेवा का शासन है
_____________अभिषेक शर्मा अभि
अस्था की लहर भकित प्रेम का सावन है
देव ऋषि मुनि गुरू की यह भूमि पावन है
है भक्तों की भीड़ धाम बहुत ही सुन्दर
पुकारे मन की कुरूणा सेवा का शासन है
_____________अभिषेक शर्मा अभि
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