Friday, September 9, 2016

झील




















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नीले आकाश में बहारों का नजारा देखो।
सुन्‍दर झील में बहता पानी का किनारा देखो ।
हर तरफ छायीं है महक कुदरत की मानो
धरती पे सजा ये जन्नत का सितारा देखो।
चारो तरफ सुकून का सन्नाटा पसरा देखो
दिल को भाये खुशियों का घर दूसरा देखो
लहकती ये बहारे तेज हुआ हवा का झोंका
गाता गीत दिल प्रेम से हुवा हरा भरा देखो
अभिषेक शर्मा अभि
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स्वंयरचित रचना सर्वाधिकार प्राप्त


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