प्रभु भक्ति
प्रभु भक्ति के ज्ञान दर्शाय
बे रंग मोती मे अपने प्रभु को दिखाय
प्रभु की पीड़ा वो भक्त हर पल सह जाय
सनजीवन ना मिली तो लियो पर्वत उठाय
प्रभु प्रेम में भक्त कैसे डुबत जाय
कब सवेरा कब सांज हो जाय
पल पल ना अब कोई इच्छा सताय
भक्ति हो ऐसी तो रोज प्रभु मिल जाय
(प्रभु भक्ति):-@अभिषेक शर्मा
बे रंग मोती मे अपने प्रभु को दिखाय
सनजीवन ना मिली तो लियो पर्वत उठाय
कब सवेरा कब सांज हो जाय
भक्ति हो ऐसी तो रोज प्रभु मिल जाय
(प्रभु भक्ति):-@अभिषेक शर्मा