Tuesday, June 21, 2016

मोहब्बत

















मोहब्बत



सच्चे आंशिक कि पहचान हैं मोहब्बत
धड़के जो महबूब के अन्दर वो जान हैं मोहब्बत
मिल गयी नजर तो मुस्कान हैं मोहब्बत
खो दिया तो यादों का एहसास हैं मोहब्बत
जिसने देखे रातों में वो खाव्ब हैं मोहब्बत
तन्हाई में सताती याद हैं मोहब्बत
टुटते दिल से मिला वो दर्द हैं मोहब्बत
लुट गया वफाओ के नाम पे, बेवफा हैं मोहब्बत
:-अभिषेक शर्मा

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